सारांश
श्री हैलौक को उसवेफ अध्किारी ने एक प्रेतात्मा की कहानी लिखने को कहा। उन्होंने हैलौक को एक बहुत ही डरावनी, अलौकिक घटनाओं से भरपूर कहानी लिखने को कहा क्योंकि जनता को ऐसी ही कहानियाँ अच्छी लगती हैं। लेखक ऐसी कहानी लिखने को तैयार हो गया क्योंकि कोई और पत्रिका उनकी कहानियाँ नहीं छापती थी। लेखक को आश्चर्य हो रहा था कि उस भूतों की कहानियाँ पहले वैफसे लिखी क्योंकि उसे इस विषय में कहानी लिखने का अभ्यास नहीं था। जब भी वह भूत या प्रेतात्मा की कहानी लिखने बैठता, कहानी का कथानक अपने आप कहीं से प्रकट हो जाता था।
लेखक जब लिखने बैठा, तो कोई भी योजना उसे समझ में न
आई। वास्तव में उसका दिमाग पत्नी की खरीदारी और खर्चों वेफ पीछे घूम रहा था, भूत-प्रेतों वेफ साथ नहीं। लेखक ने स्वयं से शोर से कहा, ‘यह लेखन क्रिया प्रसन्नता देने वाली है, है न?’ और एक चैंकानेवाली आवाश कमरे वेफ दूसरे छोर से उस तक आई, ‘‘हाँ, है!’’ आश्चर्यचकित लेखक ने एक लम्बी, दुबली-पतली बड़ी मछली जैसी आँखों वाली, ऐनक पहने महिला को ध्ीरे-ध्ीरे अपने सामने प्रकट होते देखा। वह महिला, लेखक वेफ सामने आकर खड़ी हो गई। लेखक ने यह जानने की इच्छा प्रकट की कि वह क्यों आई हैं। महिला ने एक अजीब उत्तर दिया कि लेखक वेफ बुलाने पर ही वह आई है, कहानी लिखने में उसकी सहायता करने वेफ लिए। उस महिला ने यह भी कहा कि सारी प्रेतात्माएँ तंग आकर हड़ताल पर जाने वाली हैं, इसलिए कहानी वेफ कथानक वेफ लिए लेखक उनको परेशान न करें। महिला ने यह भी जोर देकर कहा कि अब तक जितनी भूतों की कहानियाँ सपफल हुई हैं वह सब उसने लिखाई हैं। इस महिला भूत ने लेखक को बताया कि अपने पूर्व जन्म में वह एक लेखक थीं और और अब उन्होंने एक ‘लेखकों को प्रेरणा देने वाला’ कार्यालय खोला है। अब जिन लेखकों वेफ पास कोई मूल विचार नहीं होते वह उनकी सहायता करती हैं। लेखक ने उसकी बात का खंडन करते हुए कहा कि जब वह उससे कभी पहले नहीं मिला तो वह उसको प्रेरणा वैफसे दे सकती हैं। महिला ने कहा कि वह सदैव लेखक वेफ वंफध्े पर बैठी रहती थी और उनको नया कथानक देती थी। पर अब सब प्रेतात्माएँ तंग आ चुकी हैं क्योंकि उन्हें समय-असमय जगाया जाता हैऋ इसलिए अब वे सब हड़ताल करने वाली हंै। महिला ने लेखक से कहा कि वह अपने सभी मित्रों को पफोन करे और कहे कि उनमें से कोई अब वीजा बोर्ड प्रयोग नहीं करें।
जब लेखक प्रेतात्मा से बात कर रहा था तभी लेखक की पत्नी वहाँ आई और यह देखकर हैरान रह गई कि लेखक अँध्ेरे में बैठे हुए अपने आप से शोर-शोर से बातें कर रहा है। पर इस समय, पत्नी का ध्यान एक नई खरीदारी पर था और वह उसवेफ ऊपर लट्टू थी। लेखक वेफ पूछने पर उसने बताया कि वह एक वीजा वीजे बोर्ड है जो लेखक को कहानी लिखने में सहायता करेगा। वह अपने पति का कहानी लिखना एक आसान कार्य बनाना चाहती हैं। लेखक वेफ बहुत मना करने पर भी वह बोर्ड ले आती हैं और अपने पति की बात नहीं मानती! पति ने सोचा कि वह बाद में अपनी पत्नी को मना लेगा।
दूसरे दिन लेखक अपने काम वेफ लिए निकल गया। वह एक
लकड़ी की कम्पनी में मुनीम था। वह यह काम इसलिए करता था क्योंकि वह कहानी लिख कर अपना खर्चा नहीं चला सकता था। दूसरा काम करना अनिवार्य था। जब वह काम से घर लौटा तो उसे जल्दी से कपड़े बदलकर नीचे आने को कहा गया। उसकी पत्नी ने वुफछ मेहमान बुलाये थे। जब वह नीचे आया तो वह हैरान रह गया, उसका घर उसकी पत्नी वेफ ‘‘महिला क्लब’’ की महिलाओं से भरा हुआ था। वहाँ दो-दो महिलाएँ एक वीजा वीजे बोर्ड बीच में रखकर बैठी हुई थीं। उसकी पत्नी ने उसे श्रीमती हिन्कल का पार्टनर बनने को कहा क्योंकि उनवेफ साथ कोई दूसरी महिला नहीं थीं।
श्रीमती हिन्कल ने लेखक की उँगली पकड़ी और उसे वीजा वीजे बोर्ड पर घुमाना शरू किया। बोर्ड पर ‘‘विश्वासघाती’’ शब्द लिखकर आया। श्रीमती हिन्कल ने पूछा µ कौन विश्वासघाती है? वीजा वीजे बोर्ड ने लेखक हैलौक का नाम लिखा। जब यह पूछा गया कि लिखने वाला कौन है तो बोर्ड ने लिखा µ हेलेन।
सारे कमरे में शोर मच गया। लेखक की पत्नी सहित सभी
महिलाओं ने लेखक को घेर लिया और उसको दोषी व्यक्ति की तरह देखने लगी। इस समय सबवेफ सब वीजा वीजे बोर्ड लेखक को अपराधी बता रहे थे। लेखक को कोई उत्तर नहीं सूझा और वह वहाँ से भाग निकला और जाकर सो गया। जब वह सुबह उठा तो उसे अपनी पत्नी का संदेश मिला कि वह उसे हमेशा वेफ लिए छोड़ रही है और अब वह अपने वकील वेफ द्वारा ही उससे बात करेगी। लेखक इस नई घटना से पूर्णतः अचंभित रह गया। उसी समय, हेलेन की प्रेतात्मा उसवेफ सामने आयी और उसने लेखक से कहा कि वह यह देखने आई है कि उसकी पत्नी ने वीजा वीजे बोर्ड पेंफक दे। लेखक ने क्रोध्ति होकर कहा कि प्रेतात्मा वेफ कारण उसने अपनी पत्नी, अपना घर, अपनी खुशी सब खो दी है।
उसी समय उसकी पत्नी लवीनिया आई और लेखक से कहा कि
वह घर छोड़कर जा रही है। लेखक हेलेन को छुपाने की कोशिश करस्पजमतंजनतम क् दृ 35 रहा था जब उसकी पत्नी ने कहा कि वह बहुत ही अजीब व्यवहार कर रहे हैं। इतने में, उनकी वुफक ;खाना बनाने वालीद्ध ध्ड़ध्ड़ाती हुई आई और कहा कि वह कि वह ऐसे घर में काम नहीं करेगी जहाँ वीजा वीजे बोर्ड प्रयोग में लाए जाते हैं और प्रेतात्माओं को बुलाया जाता है। लवीनिया भी मानने को तैयार नही थी। उसने लपककर यह देखने की कोशिश की कि कौन उसवेफ पति वेफ पीछे खड़ा है? हेलेन इस बार अन्तध्र्यान नहीं हुई और उसने निडर होकर लवीनिया को बताया कि वह वास्तव में हेलन है। लवीनिया बहुत दुखी होती है कि उसने इतना बड़ा हंगामा किया और अपने पति को दाम्पत्य जीवन में विश्वासघाती कहा। लेखक इस घटना से बहुत ही प्रेरित होता हैं और उसे यह अनुभूति होती है कि एक अति सुन्दर भूतों की कहानी का कथानक उसे मिल गया।